भूख और प्यास से एक बार वश में आ जाने पर उन्हें सीधी चढ़ान में घसीटा जाता, और उनके सींगों को एक पालतू पशु की सींग से बांध दिया जाता, उस पुराने बधिया पशु (या बैल) को पता होता था कि भोजन और पानी के साथ पशुओं का बाड़ा कहां स्थित है.
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भूख और प्यास से एक बार वश में आ जाने पर उन्हें सीधी चढ़ान में घसीटा जाता, और उनके सींगों को एक पालतू पशु की सींग से बांध दिया जाता, उस पुराने बधिया पशु (या बैल) को पता होता था कि भोजन और पानी के साथ पशुओं का बाड़ा कहां स्थित है.